सोल। दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू ने सोमवार को कहा कि वे पद पर अपनी बहाली के बाद जरूरी मुद्दों को सुलझाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हान ने संवैधानिक न्यायालय के उस फैसले की सराहना की, जिसमें उनके खिलाफ महाभियोग को खारिज कर दिया गया।
हान की 87 दिनों के बाद पर पर बहाली हुई है। उन्हें राष्ट्रपति यून सुक योल की ओर से 3 दिसंबर को लगाए गए मार्शल लॉ में कथित भूमिका के चलते महाभियोग का सामना करना पड़ा। दक्षिण कोरिया के संवैधानिक न्यायालय ने सोमवार को उनके महाभियोग को खारिज कर दिया और उन्हें कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में बहाल कर दिया।
हान ने राष्ट्रीय संबोधन में कहा, "कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में, मैं संविधान और कानून के अनुसार स्थिर शासन सुनिश्चित करने के लिए अपना पूरा प्रयास करूंगा।" उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक परिदृश्य में बदलावों का हवाला देते हुए कहा, "मैं चल रहे व्यापार युद्ध में हमारे राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित करने के लिए अपनी सारी बुद्धि और क्षमताओं को लगा दूंगा।"
उन्होंने राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया क्योंकि यून के महाभियोग के मुद्दे पर देश में ध्रुवीकरण देखा गया और इस मामले का फैसला जल्द ही आ सकता है। उन्होंने कहा, "मैंने जिन लोगों की लगभग 50 वर्षों तक सेवा की, उनमें से अधिकांश नहीं चाहते थे कि देश बाईं ओर या दाईं ओर झुके। वे बस चाहते थे कि यह ऊपर की ओर बढ़े, आगे बढ़े और प्रगति करे।"
अपने कार्यालय लौटने के बाद, हान को देश में लगी जंगल की आग से राहत प्रयासों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे शुक्रवार से देश में लगी आग को बुझाने के लिए हर संभव प्रयास करें। इसके अलावा, उन्होंने रक्षा मंत्रालय को सैन्य तैयारियों को मजबूत करने और विदेश मंत्रालय को वैश्विक अनिश्चितता के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य साझेदार देशों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए कूटनीतिक प्रयासों को बढ़ाने का निर्देश दिया।
हान ने लंबे समय से चल रही राजनीतिक अस्थिरता के कारण बढ़ते सामाजिक अशांति पर चिंता जताई। उन्होंने पुलिस से बाहरी रैलियों में कड़ी सतर्कता बनाए रखने और अवैध गतिविधियों के खिलाफ 'कड़ी कार्रवाई' करने की अपील की।
बता दें राष्ट्रपति यून ने 03 दिसंबर की रात को दक्षिण कोरिया में आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया। मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा लेकिन इसने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया।
नेशनल असेंबली ने पहले राष्ट्रपति यून सुक-योल और फिर उनकी जगह लेने वाले कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित कर दिया। इसके बाद उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री चोई सांग-मोक कार्यवाहक राष्ट्रपति और कार्यवाहक प्रधानमंत्री दोनों की जिम्मेदारी संभालने लगे।